माननीय मुख्य अतिथि, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, आदरणीय शिक्षकगण एवं मेरे सभी साथियों को मेरा स्नेह भरा नमस्कार ।
"देश की एकता का फूल कभी मुरझाने मत देना,
किसी धर्म को चोट किसी को पहुंचाने मत देना,
देश तभी बनेगा महान,
जब एकता बनेगी हमारी पहचान"
सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हम सब यहाँ राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष में उपस्थित हुए हैं। राष्ट्रीय एकता दिवस प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को पूरे भारत के लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाने के लिए मनाया जाता है। वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था । वल्लभभाई पटेल, जो सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय थे, एक भारतीय वकील और प्रभावशाली राजनेता थे, जिन्होंने 1947 से 1950 तक स्वतंत्र भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और भारत के पहले गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत, स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन किया। 562 देसी रियासतों का भारत में विलय एक असंभव काम था जो सरदार पटेल ने अपने दम पर कर दिखाया था। नए स्वतंत्र देश में राष्ट्रीय एकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता संपूर्ण और अडिग थी, जिससे उन्हें "भारत का लौह पुरुष" कहा जाता था। 2014 में भारत सरकार दवारा 31 अक्टूबर को हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का उद्देश्य पेश किया गया था। राष्ट्रीय एकता एक भावना है जो किसी राष्ट्र अथवा देश के लोगों में भाई-चारा अथवा राष्ट्र के प्रति प्रेम एवं अपनत्व का भाव प्रदर्शित करती है। राष्ट्रीय एकता राष्ट्र को सशक्त और संगठित बनाती है । राष्ट्रीय एकता ही वह भावना है जो विभिन्न धर्मों, संप्रदायों, जाति, वेश-भूषा, सभ्यता एवं संस्कृति के लोगों को एक सूत्र में पिरोए रखती है। जब तक किसी राष्ट्र की एकता सशक्त है तब तक वह राष्ट्र भी सशक्त है । परंतु जब-जब बाहय शक्तियाँ राष्ट्रीय एकता को खंडित करती है, तब-तब राष्ट्र को अनेक कठिनाइयों से जूझना पड़ता है । भारत एक विशाल देश है और विभिन्न समुदायों, संस्कृतियों और जातियों के लोग यहाँ एक साथ आपस में मिलजुलकर रहते हैं।
“अनेकता में एकता, यही है भारत की विशेषता"
राष्ट्रीय एकता दिवस या नेशनल यूनिटी डे पर देशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। सरदार पटेल की प्रतिमा पर माला चढ़ाकर उनको श्रद्धांजलि दी जाती है। इसके अलावा सरकार द्वारा शपथ ग्रहण समारोह, मार्च पास्ट, 'रन फॉर यूनिटी' मैराथन जैसे कार्यक्रम देशभर में आयोजित किये जाते हैं। स्कूल कॉलेज में भी तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं हम सभी भारतीय नागरिकों को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा तभी देश का विकास संभव है।
"एकता में बहुत बल है, यह राष्ट्र की हर समस्या का हल है
राष्ट्रीय एकता का करो चुनाव, देश हित से करो लगाव"
अब मैं अपने शब्दों को विराम देते हए यहाँ उपस्थित सभी को धन्यवाद तथा नमस्कार करती हूँ।
जय हिन्द, जय भारत !
4 Comments
wow your speech is too good
ReplyDeleteThankyou
DeleteAap e ye bahut acha likha hai
ReplyDeleteSo great👍👍👍 speech
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